गुरू की बात को तो, गिरिधारी भी नही टाल सकते
वृंदावन मे एक संत के पास कुछ शिष्य रहते थे। उनमे से एक शिष्य मंद बुद्धि का था। एक बार गुरु देव ने सभी शिष्यों को अपने करीब बुलाया,और सब […]
वृंदावन मे एक संत के पास कुछ शिष्य रहते थे। उनमे से एक शिष्य मंद बुद्धि का था। एक बार गुरु देव ने सभी शिष्यों को अपने करीब बुलाया,और सब […]
एक भागवत कथा वाचक ब्राह्मण एक गांव में कथा वांच रहे थे। उस दिन उन्होंने नंदलाल, कन्हैया के सौंदर्य, उनके आभूषणों का बड़ा मन मोहक वर्णन किया। उधर से […]
एक सखी का नया नया विवाह वृंदावन में हुआ,उसने कभी श्याम सुन्दर को देखा नहीं था,उसकी सास तो सब जानती थी कि श्याम सुन्दर संध्या के समय गौओ को चराकर […]
एक गरीब बालक था जो कि अनाथ था। एक दिन वो बालक एक संत के आश्रम में आया और बोला कि बाबा आप सब का ध्यान रखते है, मेरा इस […]
चौंक गए न? लेकिन यह हुआ था वह भी कान्हा की नगरी वृंदावन में। घटना पिछली सदी के छठे दशक की है। तब का वृंदावन आज जैसा एक बड़ा नगर […]
एक दिन एक महिला को (किसी धार्मिक स्थल से ) सेवा का हुकुम आया, महिला सेवा में चली गयी। थोड़ी देर बाद महिला को फ़ोन आया कि, उसके बेटे का […]
एक बार लक्ष्मी और नारायण धरा पर घूमने आए,कुछ समय घूम कर वो विश्राम के लिए एक बगीचे में जाकर बैठ गए। नारायण आंख बंद कर लेट गए,लक्ष्मी जी बैठ-बैठे […]
जो राधा जी ने कभी भरने ही नहीं दिया।प्रेम का उच्चतम शिखर.. एक दिन राधा जी सखियों संग जमुना किनारे बैठी सत्संग कर रही थीं , अचानक एक सखी […]
एक भिखारी,कबीर साहब के पास आया और कुछ खाने के लिए मांगा, उस समय खाने के लिए कुछ नही था, तो कबीर जी ने उसे पशम के धागे का गोला […]
सन्त रामदास जी जब प्रार्थना करते थे,तो कभी उनके होंठ नही हिलते थे। शिष्यों ने पूछा – हम प्रार्थना करते हैं,तो होंठ हिलते हैं। आपके होंठ नहीं हिलते ? […]