Stories

दो रुपए का भंडारा

चौंक गए न? लेकिन यह हुआ था वह भी कान्हा की नगरी वृंदावन में। घटना पिछली सदी के छठे दशक की है। तब का वृंदावन आज जैसा एक बड़ा नगर […]

त्याग में ही सुख है।

एक संत अपने शिष्य के साथ धर्म प्रचार करने के लिए गांव-गांव घूमते थे।   एक गांव में पहुंचे और एक कुटिया बनाकर उसमें रहने लगे। . नगरवासी उनका बहुत […]

सकारात्मकता से ईष्ट कृपा

ईश्वर को  पाने के लिए किसी लंबी चौड़ी पूजा पाठ साधना की आवश्यकता नहीं है।   ईश्वर मिलता है सकारात्मकता से   सकारात्मकता से ही ईष्ट सिध्दि भी मिलती है […]

आत्मसन्मान

“बेटा!.गाड़ी साफ कर दूं?”   रंजीत ने जैसे ही फ्यूल भरवाने के लिए अपनी कार पेट्रोल पंप पर रोकी, एक बुजुर्ग भागकर उसकी गाड़ी के करीब आया।   “नहीं अंकल!.अभी […]

स्वाभिमान

और कितने दिन लगेंगे वकील साब….सालभर होने को आया अब तो …. कुछ गुस्साए लहजे मे मोहन अपने वकील से बोला .. वकील -अब ऐसे कामो मे वक्त तो लगता […]

साधु और फकीर

एक विद्वान साधु थे जो दुनियादारी से दूर रहते थे। वह अपनी ईमानदारी, सेवा तथा ज्ञान के लिए प्रसिद्ध थे। एक बार वह पानी के जहाज से विश्व की लंबी […]

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